नववर्ष चेतना समिति का गठन श्री अमरनाथ जी की प्रेरणा, पद्मश्री स्व डॉ एस सी राय जी के संरक्षण में अपनी युगयुगीन कालजयी कालगणना पर आधारित पृथ्वी माता के जन्म दिवस व ब्रह्मा जी द्वारा सृष्टि रचना चैत्र शुक्ल प्रतिपदा को नववर्ष के रूप में अभिनन्दन हेतु पौष शुक्ल सप्तमी विक्रम संवत 2066,तदनुसार 24दिसम्बर 2009 में किया गया था। इस संस्था के द्वारा लखनऊ में प्रत्येक वर्ष निम्नलिखित कार्यक्रम आयोजित किए जाते हैं :
1.उच्चतर-माध्यमिक विद्यालयों एवं डिग्री तथा तकनीकी महाविद्यालयों में विक्रम संवत की वैज्ञानिकता पर संगोष्ठियों का आयोजन ।
2. नववर्ष की पूर्व संध्या पर गोमती तट पर दीपदान तथा महिला-शक्ति द्वारा भजन संध्या का आयोजन ।
3. भारतीय नववर्ष के शुभकामना-संदेशों का डाक तथा इलेक्ट्रॉनिक माध्यम से प्रेषित करना ।
4. भारतीय नववर्ष के उत्सव हेतु जनपद में वृहत् स्तर पर सांस्कृतिक संध्या का सार्वजनिक रूप में आयोजन करना ।
5. "नव चैतन्य" वार्षिक पत्रिका का नियमित प्रकाशन ।
6. विक्रम संवत के अनुसार वार्षिक कैलेण्डर/पन्चाड्.ग का प्रकाशन एवं जनसामान्य में वितरण।
7. समिति के अथक प्रयत्न एवं उत्तर प्रदेश के तत्कालीन राज्यपाल श्री राम नाईक के अद्वितीय प्रयास से भारत सरकार के संचार मंत्रालय द्वारा सम्राट विक्रमादित्य पर डाक टिकट का लोकार्पण पौष कृष्ण नवमी, वि.सं. 2073 तदनुसार दिनांक 22 दिसम्बर, 2016 को राजभवन, लखनऊ में हुआ।
8. फाल्गुन कृष्ण चतुर्थी, विक्रम संवत 2075,तदनुसार दिनांक 23फरवरी, 2019 को लखनऊ विश्वविद्यालय एवं नववर्ष चेतना समिति के संयुक्त तत्वावधान में 'भारतीय इतिहास में सम्राट् विक्रमादित्य ' विषय पर राष्ट्रीय संगोष्ठी का आयोजन किया गया,जिसमें भारत वर्ष के मूर्धन्य विद्वान उपस्थित थे। संगोष्ठी के मुख्य अतिथि के रूप में श्री ह्रदय नारायण दीक्षित (विधानसभा अध्यक्ष, उत्तर प्रदेश) एवं अध्यक्षता श्री राजनाथ सिंह 'सूर्य '(अब स्मृति शेष) द्वारा की गई थी।
9. समिति के अनुरोध पर वैशाख कृष्ण दशमी वि.सं. 2076,तदनुसार दिनांक 29अप्रैल, 2019को लखनऊ विश्वविद्यालय की कार्यकारी परिषद् द्वारा सम्राट् विक्रमादित्य की आदमकद प्रतिमा लखनऊ विश्वविद्यालय परिसर में स्थापित किए जाने का निर्णय लिया गया।